रणथंभौर नेशनल पार्क का परिचय-
Table of Contents
राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में स्थित रणथंभौर नेशनल पार्क की स्थापना, भारत सरकार द्वारा 1955 में सवाई माधोपुर खेल अभ्यारण के रूप में किया गया था। इसे 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर रिजर्व घोषित किया गया। 1 नवंबर 1980 में इसे राष्ट्रीय उद्यान बनाया गया। 1992 में उत्तर में निकट केलादेवी अभ्यारण तथा दक्षिण में सवाई मानसिंह अभ्यारण सहित अन्य जंगलों को शामिल करके इस टाइगर रिजर्व का विस्तार किया गया। वर्तमान में यह 1334 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला नेशनल पार्क है। जो कि जानवरों,पक्षियों, उभयचर ,वनस्पतियों के साथ-साथ अनेक बाघों की प्रजातियों को देखने का एक उत्तम स्थान है।
रणथंभौर नेशनल पार्क घूमने कब जाए-
रणथंभौर नेशनल पार्क अक्टूबर से जून तक खुला रहता है। जबकि यह मानसून के मौसम में बंद रहता है। परंतु अगर देखा जाए तो सर्दियों का मौसम अर्थात अक्टूबर से दिसंबर तक सबसे सही माना जाता है। यद्यपि गर्मी में यहां काफी गर्म हो गर्मी पड़ने लगती है, लेकिन गर्मी के मौसम में बाघों को देखने की संभावना अधिक हिती है। अतः आप अपनी सुविधा के अनुसार, अपनी पसंद के अनुसार इस नेशनल पार्क को देखने जा सकते हैं।
रणथंभौर नेशनल पार्क घूमने का खर्च-
यद्यपि इस पार्क में एंट्री फ्री होती है।लेकिन अगर वीडियोग्राफी कैमरा साथ में ले जाते हैं तो आपको एंट्री फीस देनी पड़ेगी। हम आपको बता दें कि अगर आप फोटोग्राफी कैमरा ले जाते हैं तो इसके लिए भी आपको कोई शुल्क नहीं देना पड़ेगा। आप जंगल सफारी का आनंद उठाना चाहते हैं तो आपको हजार रुपए प्रति व्यक्ति खर्च उठाना पड़ेगा। (विदेशीयों के लिए यह खर्च 2000 तक होगा)। इसके अलावा आप का खर्च इस बात पर निर्भर करता है, कि आप किस तरह के होटल में रुकना पसंद करते हैं। और क्या खाना पीना पसंद करते हैं। साथ ही आप कितने लोगों के साथ यहां की ट्रिप पर आए हैं।कितने दिन रुकना चाहते हैं। आप अपने बजट के अनुसार होटल का चयन कर सकते हैं। आप चाहे तो फाइव स्टार में भी रह सकते हैं। आप चाहे तो कम से कम के होटल में भी रुक सकते हैं।
रणथम्भौर नेशनल पार्क घूमने कैसे जाएं-
जब भी आप रणथंभौर नेशनल पार्क घूमने का प्लान बना रहे होते हैं,तो आपके मन में यह सवाल अवश्य आता है कि हम वहां तक की यात्रा किस तरह से पूरा करेंगे? आइए इस लेख के माध्यम से हम यह जानने की कोशिश करते हैं कि हमारे लिए बेहतर विकल्प कौन सा रहेगा और हमें कौन से वार को चुनना चाहिए…
सड़क मार्ग द्वारा कैसे जाएं (How to reach by Road)
यदि आप सड़क मार्ग से रणथंभौर नेशनल पार्क घूमने का प्लान बना रहे हैं तो हम आपको बता दें कि सवाई माधोपुर बस स्टैंड इस नेशनल पार्क से महज 11 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। सवाई माधोपुर बस स्टैंड अन्य शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। आप बस द्वारा इस बस स्टैंड पर पहुंच सकते हैं। उसके बाद आप टैक्सी या कैब की मदद से पार्क तक जा सकते हैं।
रेल मार्ग द्वारा कैसे जाएं (How to reach by Train)
यदि आप अपनी यात्रा रेल मार्ग द्वारा पूरी करना चाहते हैं।तो रणथंभौर नेशनल पार्क के सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन सवाई माधोपुर है। जहां तक ट्रेन आप को ले जाएगी। इस रेलवे स्टेशन से बड़े बड़े शहरों से ट्रेन की अच्छी सुविधाएं उपलब्ध है। यहां पहुंचकर आप प्राइवेट टैक्सी, कैब ,ओला या फिर बस द्वारा नेशनल पार्क तक पहुंच सकते हैं।
वायु मार्ग द्वारा कैसे जाएं- (How to reach by Airways)
यदि आप अपनी ट्रिप वायु मार्ग द्वारा पूरा करना चाहते हैं, तो आपके लिए यह जानना है अति आवश्यक होगा कि रणथंभौर नेशनल पार्क से निकटतम हवाई अड्डा जयपुर का है। जो कि इस पार्क से 180 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।जयपुर पहुंचकर आप प्राइवेट टैक्सी,कैब ,ओला या फिर बस द्वारा पार्क की तक की दूरी तय कर सकते हैं।
रणथंबोर घूमने जाएं तो साथ में क्या-क्या ले जाएं-
रणथंबोर घूमने जाएं तो आप अपने साथ मौसम के अनुसार कपड़े। यदि गर्मी में जा रहे हो तो ,हैट,सनग्लासेस, सनस्क्रीन, कॉटन के कपड़े, शूज अलावा दैनिक जीवन के अति आवश्यक चीजें अवश्य लेकर जाएं ताकि आपको अपने ट्रिप के दौरान किसी समस्या का सामना ना करना पड़े। वहीं यदि आप सर्दी के मौसम में जा रहे हो तो गर्म कपड़े अवश्य लेकर जाएं।
रणथम्भौर घूमने जाए तो कहां रुके-
आप जब भी रणथंभौर नेशनल पार्क में घूमने का प्लान बना रहे होते हैं, तो आपके मन में यह विचार अवश्य आता है कि वहाँ जाएंगे तो रुकेंगे कहां? हम आपको बता दें कि वह रुकने के लिए आपको वन विभाग के गेस्ट हाउस के अलावा होटल्स रेस्टोरेंट्स आदि मिल जाएंगे। जिससे हम आगे के लेख में जानेंगे..
होटल्स
गेस्ट हाउस
रिजॉर्ट्स
ऐरबनब
रणथंभौर नेशनल पार्क में पर्यटकों के लिए क्या-क्या आकर्षण का केंद्र है?
रणथंभौर नेशनल पार्क प्राकृतिक जीवों और वनस्पतियों के देखने की इच्छा रखने वाले लोगों के लिए काफी अच्छा विकल्प है। इस पार्क में निम्नलिखित चीजें हैं जो कि पर्यटकों को काफी आकर्षित करती है आइए इन चीजों को जानते हैं…
जोगी महल रणथंभौर-सुंदर पदम तालाब पर स्थित यह महल जो कि एक विरासत के रूप में है।वर्तमान समय में यह महल वन विभाग के गेस्ट हाउस की तरह कार्यरत है। इसी महल में विशाल बरगद का पेड़ है, जो कि देश में दूसरे सबसे बड़े बरगद के पेड़ के रूप में जाना जाता है।
पदम झील रणथंबोर-इस पार्क की सबसे बड़ी झील पदम झील है। यहां सुबह के समय बहुत सारे जानवर देखे जाते हैं। विशेषकर चिंकारा को अगर देखना हो तो आपको सुबह यहां पर अवश्य जाना चाहिए।यह स्थान फोटोग्राफी के लिए एक बेहतर जगह है। बरसात के मौसम में यह झील पूरी तरह से कमल के फूलों से भर जाती है।
समृद्धि वनस्पति और जीव -प्राकृतिक वनस्पतियों और तरह-तरह के जीवो में रुचि रखने वाले लोगों के लिए यह स्थान काफी आकर्षक है।
रणथंभौर किला-रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान स्थित,रणथंभौर किला आसपास की पहाड़ियों तथा घाटियों के साथ मिलकर एक बेहतरीन पर्यटन स्थल का निर्माण करते हैं जो कि पर्यटकों को काफी लुभाता है।
गणेश त्रिनेत्र मंदिर-धर्म में आस्था रखने वाले लोगों के लिए यह मंदिर काफी आकर्षक है। यहां पर लोग पत्थर के छोटे-छोटे घर बनातें हैं।जिससे उनकी अपने घर की मनोकामना पूरी हो।इसके लिए लोग दूर-दूर से आते हैं।
वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी-वाइल्डलाइफ फोटोग्राफी का शौक रखने वाले लोगों के लिए यह स्थान स्वर्ग जैसा है। यहां पर बेहतरीन फोटोग्राफी का विकल्प मौजूद होता है।
सूरवल झील रणथंभौर-अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए विख्यात इस झील पार्क के अंदर स्थित है।यह झील में वर्ड वाचिंग के लिए काफी अच्छी जगह मानी जाती है।यहां पर तरह-तरह के प्रवासी पक्षी भी देखे जा सकते हैं।
जंगल सफारी-रणथंभौर नेशनल पार्क में जंगल सफारी एक अन्य पर्यटक आकर्षक बिंदु है। जंगल सफारी के लिए लोग दूर-दूर से यहां आते हैं
अन्य चीजें-इन सबके अलावा यदि आपकी रूचि वन्यजीव में है, तो आप यहां पर जानवर ,पक्षी,उभयचर, वनस्पति आदि देख सकते हैं।इसलिए आप इस नेशनल पार्क में घूमने अवश्य आए।
रणथंभौर नेशनल पार्क घूमने जाएं तो कैसे घूमे-
जब कभी भी आप रणथंभौर नेशनल पार्क में घूमने जाएं तो आप यह जान ले कि यह जाने के पश्चात आपको अलग-अलग जोन में घूमने को मिलेगा।आपको जोन का सिलेक्शन ऑनलाइन ही करना पड़ेगा अन्यथा की स्थिति में वन अधिकारी आपको जोन आलाट करेंगे। जिसमें आपको घुमाया जाएगा यदि आप चाहे तो जोब को बदलने की रिक्वेस्ट भी कर सकते हैं।अतिरिक्त शुल्क देने के पश्चात आप दूसरे जोन में घूम सकते हैं। यहां पर घूमने के लिए आप खुद से,गाइड की मदद से,ट्रिप इंजॉय कर सकते हैं। इसके साथ ही आप इस पार्क में जंगल सफारी का भी आनंद उठा सकते हैं।माना जाता है,कि आप नेशनल पार्क घूमने आए और जंगल सफारी का आनंद ना उठाए तो आपका आना बेकार है। इसलिए आप अवश्य रूप से ही जंगल सफारी का लुफ्त उठाएं।जंगल सफारी का लुप्त उठाने के लिए आपके पास विभिन्न विकल्प मौजूद होते हैं। जिसमें आप जिप्सी, एसयूवी, कैटर आदि बुक करके इस का लुफ्त उठा सकते हैं। लेकिन इन सब में जिप्सी सबसे बेस्ट होती है। जंगल सफारी का समय सर्दियों में 6:30 से 10:30 सुबह तथा शाम को 2:00 बजे से 6:00 बजे तक होता है। जबकि गर्मियों में यह समय सुबह 6:00 से 10:00 बजे तक तथा शाम को 2:30 से 6:30 बजे तक होता है। जंगल सफारी का शुल्क भारतीय विदेशियों के लिए अलग-अलग होता है ।यह शुल्क भारतीयों के लिए 1000₹ तथा विदेशियों के लिए लगभग ₹2000 रखा गया है। 5 साल से कम उम्र के बच्चे, तथा भारतीय छात्रों के लिए यह फ्री होती है।जंगल सफारी की बुकिंग ऑनलाइन भी होती है। तथा 2 घंटे पहले आप कार्यालय में जाकर भी बुक करा सकते हैं। इसके अलावा यदि आप चाहें तो जिस होटल में रुके हैं,वहां से भी जंगल सफारी की बुकिंग करा सकते हैं। लेकिन वहां पर कीमत थोड़ी ज्यादा चुकानी पड़ेगी।अतःआप जंगल सफारी के समय एक ड्राइवर और एक गाइड की मदद से जंगल के रोमांचकारी सफर का आनंद आसानी से उठा सकते हैं।
इस प्रकार विविधता से परिपूर्ण रणथंभौर नेशनल पार्क में आप जंगल सफारी,फोटोग्राफी,तथा अन्य रोमांचकारी गतिविधियों का लुफ्त उठा सकते हैं। इन सबके बीच आपको यह ध्यान रखना होगा कि, आप अनावश्यक रूप से कूड़ा- कचरा ना फैलाकर अपना अमूल्य सहयोग, इसकी स्वच्छता और सुंदरता में अवश्य दें।यही हमारी टीम trippundit की आपसे अपेक्षा और अपील है।