जोधपुर का परिचय
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राजसी ठाठ- बाट और पारंपरिक जीवन व्यतीत करने वाले जोधपुर के लोग इसके गौरवशाली इतिहास की गाथा सुनाते हैं। जोधपुर राजस्थान का दूसरा सबसे बड़ा शहर है। जिसे ब्लू सिटी के नाम से भी जाना जाता है। राजस्थान के ताज के रूप में विख्यात इस शहर की स्थापना राठौर वंशजों द्वारा किया गया था। यह शहर अपने ऐतिहासिक किलो,झीलों,सांस्कृतिक महत्व, स्मारकों, उत्सव के कारण पर्यटकों के बीच एक लोकप्रिय स्थान रखता है ।यदि आप राजस्थान की यात्रा करना चाहते हैं, तो अपनी यात्रा में जोधपुर को शामिल अवश्य करें।नहीं तो आपकी राजस्थान की यात्रा अधूरी सी रह जाएगी।
जोधपुर घूमने में खर्च
राजस्थान के जोधपुर शहर में आपको घूमने के लिए बहुत सारी चीजें मिलेंगी।जिसके लिए आपको वहां पर रुकना भी पड़ेगा। रुकने के लिए आपको वहां पर सस्ते से सस्ता रूम तथा महंगे से महंगा होटल्स भी उपलब्ध हो जाएगा।वह आपकी इच्छा और बजट पर निर्भर करता है, कि आप किस जगह रहना पसंद करते हैं।सामान्यता जोधपुर शहर को घूमने के लिए एक व्यक्ति को 5000से ₹6000 की आवश्यकता पड़ेगी।
जोधपुर घूमने कैसे जाएं
यदि आप जोधपुर की यात्रा का प्लान बना रहे हैं, तो आपके मन में सबसे पहला प्रश्न यही आता है,कि हम जोधपुर जाएंगे तो कैसे जाएंगे ?किस परिवहन मार्ग का उपयोग करेंगे?आइए हम आपके इस विचार को ध्यान में रखते हुए आपके मन में उठ रहे सवालों उत्तर को खोजते है।जोधपुर की यात्रा आप रेलमार्ग,सड़क मार्ग,तथा वायु मार्ग तीनों द्वारा पूरी कर सकते हैं। क्योंकि जोधपुर शहर इन तीनों मार्गों से अच्छी तरीके से कनेक्ट है। रेल,सड़क तथा वायु मार्ग द्वारा जोधपुर पहुंचने के पश्चात आप प्राइवेट तथा पब्लिक की वाहन का प्रयोग करके या फिर ओला,ऑटो,टैक्सी,कार आदि का उपयोग करते हुए जोधपुर के प्रमुख स्थलों को घूम सकते हैं।
सड़क मार्ग द्वारा जोधपुर की यात्रा कैसे करें
जोधपुर पूरे भारत कई शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। इसके लिए आप अपनी कार या फिर बस द्वारा जोधपुर पहुंच सकते हैं। आपके सामने बसों में भी कई ऑप्शन मौजूद हैं।जिसमें आप एसी बस ,डीलक्स बस, तथा सामान्य बसों के माध्यम से जोधपुर आसानी से पहुंच सकते हैं।
रेल मार्ग द्वारा जोधपुर कैसे जाएं-
आप अपनी जोधपुर की यात्रा रेल मार्ग द्वारा पूरी करना चाहते हैं।तो आपको बता दें कि जोधपुर रेलवे स्टेशन भारत के प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। यहां पर पहुंचने के लिए आप भारत के प्रमुख शहरों से ट्रेन से जोधपुर पहुंच सकते हैं। इसके अलावा आप जयपुर भी आ कर के,वहां से जोधपुर के लिए ट्रेन लें सकते हैं।
वायु मार्ग द्वारा जोधपुर कैसे पहुंचे-
यदि आप हवाई मार्ग से जोधपुर पहुंचना चाहते हैं तो आपको यह जानना आवश्यक है कि जोधपुर का सबसे निकटतम हवाई अड्डा जोधपुर हवाई अड्डा है जो कि मुख्य शहर जोधपुर से लगभग 5 किलोमीटर दूरी पर स्थित है।भारत के विभिन्न शहरों से जोधपुर के लिए फ्लाइट आपको आसानी से मिल जाएगी और आप अपनी यात्रा हवाई मार्ग से आसानी से कर सकते हैं।
जोधपुर की यात्रा कब करें-
राजस्थान स्थित इस शहर में यात्रा करने का सबसे अच्छा समय सितंबर से मार्च के बीच में होता है।इसलिए सर्दियों का मौसम इस यात्रा को करने के लिए अच्छा होता है। वही गर्मी में जोधपुर का तापमान बहुत ही ज्यादा हो जाने के कारण पर्यटन के लिए प्रतिकूल हो जाता है।
जोधपुर में घूमने जाएं तो कहां रुके-
जोधपुर में आप अपनी यात्रा के दौरान होटल्स में,धर्मशाला में,गेस्ट हाउस में, रिसॉर्ट में या फिर एयर बीएनबी में रुक सकते हैं परंतु यदि आपको राजपूती कल्चर देखना है तो आप वहां पर स्थित पुरानी हवेलियां जो कि अब गेस्ट हाउस में बदल दी गई है,उसे किराए पर लेकर रह सकते हैं। इससे आपको वहां की रीति रिवाज से तथा गौरवशाली परंपरा से रूबरू होने का मौका मिलेगा। आइए इनके बारे में और जानते हैं-
होटल्स
गेस्ट हाउस
रिसॉर्ट्स
एयर बीएनबी
जोधपुर में घूमने की जगह कौन-कौन सी है-
राजस्थान के दूसरे सबसे बड़े शहर जोधपुर में घूमने के लिए अनेक स्थान है जिनमें धार्मिक स्थल, झीलें, ऐतिहासिक स्थल, किले, स्मारक, उत्सव, कैमल सफारी आदि को शामिल किया जा सकता है आइए हम इनके बारे में जानते हैं-
उम्मेद भवन पैलेस-यह पैलेस अपने अद्भुत डिजाइन तथा वास्तुकला के लिए खास लोकप्रिय है।वर्तमान में यह पैलेस तीन भागों में विभाजित है-पहला भाग जो कि शाही परिवार के स्वामित्व में है , दूसरा भाग हेरिटेज होटल बना दिया गया है तथा तथा तीसरे भाग में संग्रहालय है जो कि पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करता है।
मेहनारगढ़ किला-1459 में राव जोधा द्वारा बनवाया गया यह किला अपनी नक्काशी, विशाल प्रांगण, संग्रहालय आदि के कारण पर्यटकों को खूब आकर्षित करता है।इसके अंदर पहुंचने के लिए 7 द्वार पार करने पड़ते हैं। इस महल के भीतर शीश महल,फूल महल जैसे सुंदर महल भी उपलब्ध हैं।
खेजड़ला किला– शाही राजा रानियों के भव्य महल के रूप में विख्यात इस महल को होटल बना दिया गया है । यह महल राजपूताना विरासत के अनुभव के लिए पर्यटकों को खूब आकर्षित करता है।
जसवंत थाडा-यह एक स्मारक के रूप में है जो 1899 में महाराजा जसवंत सिंह द्वितीय के सम्मान में बनवाया गया था इसे मारवाड़ा का ताजमहल भी कहा जाता है।
शीशमहल-अद्भुत वास्तुकला से निर्मित इस महल में शीशे की अद्भूत कलाकारी की गई है। इस महल में कई स्थानों पर ब्रह्मा, पार्वती, कृष्ण, भगवान राम आदि की आकृतियां बनाई गई हैं।
फूलमहल-18वीं सदी में महाराजा अभय सिंह ने इस महल को अपने मनोरंजन के लिए बनाया था।इस महल की डिजाइन फूल जैसी होने के कारण इसका नाम फूल महल रखा गया है। इस महल का हाल सोने से सजा हुआ है। यह महल लोगों को खूब अपनी तरफ आकर्षित करता है।
धार्मिक स्थल-राजस्थान के इस शहर में अनेक धार्मिक स्थल है जिसमें से महा मंदिर चामुंडा माता मंदिर, सोमनाथ मंदिर, महामंडलेश्वर मंदिर, महादेव मंदिर, ओम बन्ना मंदिर आदि प्रमुख हैं जो कि धार्मिक आस्था रखने वाले लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करते रहते हैं।
मंडोर गार्डन-शांति और आराम चाहने वाले लोगों के लिए यह स्थान काफी आकर्षक है। जोधपुर से महज 9 किलोमीटर दूरी पर स्थित मेहरानगढ़ किले का एक हिस्सा है जोकि अपनी प्राकृतिक सुंदरता तथा हरियाली के बीच लोगों को एक शांत वातावरण प्रदान करता है।
प्रमुख झीलें-इस ऐतिहासिक शहर में अनेक झीलें हैं जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित किया करती है।इन झीलों में एक है बालसमंद झील जोकि गुर्जर प्रतिहारों द्वारा 1149 में बनवायी गयी,यह एक कृत्रिम झील है जो हरियाली से पूर्ण है।वही कायलाना झील रानी सर, पदम सर,सरदार समंद झील आदि अन्य प्रमुख झीलें हैं जो कि पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करती हैं।
फ़ेमस मार्केट-खरीदारी का शौक रखने वालों के लिए भी राजस्थान के इस शहर में अनेक ऐसी मार्केट हैं जो कि काफी लुभावनी है। इन बाज़ारों में सदर बाजार घंटाघर प्रमुख है जहां पर लोग खरीदारी करना पसंद करते हैं।
फ्लाइंग फॉक्स-रोमांच प्रिय लोगों के लिए जोधपुर में फ्लाइंग फॉक्स भी उपलब्ध है।ऐतिहासिक जिलों के बीच उड़ान भरना जोधपुर की यात्रा को अपने आप में अलग ही अनुभव दिलाने वाला होता है।
प्रमुख उत्सव-जोधपुर में अनेक ऐतिहासिक स्थल तथा धार्मिक स्थल के अलावा अन्य कई प्रमुख महोत्सव तथा स्मारक भी है जो कि लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं।इनमें जिप्सी फेस्टिवल, अंतर्राष्ट्रीय लोक महोत्सव, इंटरनेशनल डेजर्ट पतंग महोत्सव, नागौर मेला, मारवाड़ महोत्सव आदि प्रमुख है।
अन्य स्थल-इन सबके अलावा जोधपुर में कैमल सफारी,चौखड़ा बाग,फन वर्ल्ड,हनुमंत महल,मंडोर शास्त्री सर्कल आदि प्रमुख स्थल है जो कि पर्यटकों को लुभाते हैं।
जोधपुर में कैसे घूमे-
आप जोधपुर पहुंच कर किसी प्राइवेट परिवहन का प्रयोग भी कर सकते हैं जिसमें आपको टैक्सी,कैब,ओला शेयरिंग टैक्सी,प्राइवेट कार आदि उपलब्ध हो जाएंगे। जो आपको अनेक जगहों पर ले जाएंगे और आप जा कर के वहां पर अपनी यात्रा को इंजॉय कर सकते हैं।वहीं यदि आप चाहते हैं कि आपको जोधपुर की सैर एक गाइड द्वारा कराई जाए तो वह भी आपको वहां पर उपलब्ध हो जाएगा। गाइड बुक करने के बाद वह आपको जोधपुर की सारी जगह पर ले जाकर के उसकी खूबियों को बताएगा और आपको आपकी यात्रा का आनंद दिलाएगा। वही आप जोधपुर पहुंच करके बाइक, साइकिल, बुलेट आदि रेंट पर ले करके अपनी यात्रा स्वयं अपने अनुसार पूरी कर सकते हैं।
जोधपुर में खाने के लिए क्या फेमस है-
राजसी ठाठ बाट और ऐतिहासिक गौरव गाथा वाले इस शहर में अगर आप आए तो यहां के खाने का टेस्ट अवश्य ले क्योंकि यहां के खानों में पारंपरिक खाने तथा स्थानीय खानों की झलक आपको देखने को जरूर मिल जाएगी ।यहां के खानों में बेसन की टिक्की, मावे की कचोरी, मोतीचूर के लड्डू मक्खन बड़े,बदाम का हलवा, दाल बाटी चूरमा,आटे का हलवा, बाजरे का सोगरा, काबुली मालपुआ, रसमलाई आदि काफी फेमस है जिनका स्वाद लिए बिना आपकी जोधपुर की यात्रा पूरी ही नहीं होगी। अतः आप जब भी जोधपुर आए तो यहां के स्ट्रीट फूड का लुफ्त जरूर उठाएं।
ऐतिहासिक गौरवगाथा से युक्त अपनी भव्यता और सुंदरता के लिए जाने जाने वाले इस नीली सिटी में घूमने के लिए जब भी आए तो ध्यान रखें कि इधर-उधर कूड़ा कचरा ना फैलाएं यही हमारी टीम trip pundit की आपसे अपेक्षा और अपील है।