लेह- लद्दाख का परिचय…
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दुनिया के स्वर्ग माने जाने वाले स्थान में स्थित लेह, 31 अक्टूबर 2019 को गठित केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख की राजधानी एवं प्रमुख नगर है। उत्तर में कराकोरम पर्वत तथा दक्षिण में हिमालय पर्वत है। यह दुनिया का सबसे ठंडा मरुस्थल है।जो समुद्र तल से 11000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। यह 32 – 36 डिग्री उत्तरी अक्षांश तथा 75 – 80 डिग्री पूर्वी देशांतर पर स्थित होने के साथ भारती तिब्बती रहन-सहन से प्रभावित है। बौद्ध ,इस्लाम मिश्रित संस्कृतियों वाला देश का सबसे बड़ा जिला है। जिसका क्षेत्रफल 45110 किलोमीटर वर्ग है ।अपने कठिन रास्तों, खूबसूरत बर्फबारी, और कई साहसिक गतिविधियों,ऐतिहासिक स्थलों की वजह से यह स्थान भारत में घूमने की सबसे अच्छी जगह में से एक माना जाता है।
अगर आप लेह लद्दाख पहली बार जा रहे हैं तो आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए….
यदि आप आप लेह लद्दाख पहली बार जा रहे हैं,तो आपकी यात्रा काफी सुखद और रोमांचकारी हो, इसके लिए आपको लेह लद्दाख जाने का प्लान बनाते समय कुछ आवश्यक बातों को अवश्य जान लेना चाहिए आइए इन बातों को आगे इस लेख में जाने…
- लद्दाख का मौसम अचानक से इतना बदल जाता है कि देखते-देखते सर्द तेज़ हवाएं चलने लगती है,मौसम ठंडा हो जाता है।जब भी आप यहां घूमने जाएं तो लेह पहुंचकर अपने आपको 1 दिन का विश्राम अवश्य दें ताकि आपका शरीर मौसम के अनुकूल बन जाए और आप आराम से आगे की यात्रा कर पाए।
- लेह लद्दाख के लोग काफी सरल और शालीन होते हैं,अतः आप जब भी जाए तो इनसे बात करने में भाषा में शालीनता अवश्य रखें।
- लेह लद्दाख की यात्रा के दौरान आप कम कपड़े पहनने या नंगे पैर रहना अवॉइड करें क्योंकि यहां के लोग इसको कम पसंद करते हैं।खासकर के धार्मिक स्थल स्थलों पर ऐसा तो बिल्कुल ही ना करें।
- यहां के स्थानीय खानों को ज्यादा खाने से बचें। क्योंकि आपकी आदत इन खाना को खाने की नहीं है, जिससे आपका पेट गड़बड़ हो सकता है और आपकी यात्रा कठिन हो सकती है।
- ऊंचाई होने के कारण लोगों को यहां पर सांस लेने में तकलीफ होती है इसलिए आप आसपास से एक ऑक्सीजन सिलेंडर भी ले सकते हैं। जो वहां लोकल मेडिकल स्टोर से ₹500 में भी उपलब्ध हो जाता है।
- लद्दाख में घूमना काफी खर्चीला होता है इसलिए यहां पर अधिकतर शेयरिंग टैक्सी का ही प्रयोग करें, जो आसानी से टैक्सी स्टैंड ऊपर मिल जाती है।
- लद्दाख जाते समय गर्म कपड़े, मोटी जैकेट तथा कई लेयर वाले गर्म कपड़ों को जरूर साथ ले जाएं। इनके बिना आपकी यात्रा संभव ही नहीं हो सकेगी।
लेह लद्दाख घूमने का खर्च..
लेह लद्दाख घूमने का खर्च इस बात पर डिपेंड करता है,कि आप किस तरह से लद्दाख जा रहे हैं?कितने लोगों के साथ जा रहे हैं? किस वाहन का प्रयोग करके जा रहे हैं?आईआरसीटीसी द्वारा शुरू किए गए 7 दिन और छह रातों का पैकेज जिसमें लेह, नुब्रा और पैगोंगा की सैर कराई जाएगी। इसमें होटल कैब और गाइड की सुविधा मिलेगी।
यह सुविधा अगर कोई एक व्यक्ति घूमने जा रहा हो तो उसे ₹22800 प्रति व्यक्ति और अगर दो व्यक्ति जा रहे हो तो यही सुविधा ₹18900 प्रति व्यक्ति की दर से प्राप्त होगी इस सुविधा को प्राप्त करने के लिए आपको आईआरसीटीसी की अधिकारी वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन करना होगा
इसके अलावा आपको लद्दाख में समान्य रेंज में ₹500 से शुरू होकर 1500 रुपए तक होटल यार रूम की सुविधा उपलब्ध हो जाएगी।
लेह लद्दाख कैसे जाएं…
नीला आसमान, विशाल बंजर ,पहाड़, झील का साफ-सुथरा पानी आदि को एक ही स्थान पर देखना हो तो लद्दाख ट्रिप जाया जा सकता है यहां जाने के लिए 3 तरीके अपनाए जा सकते हैं इनमें सड़क मार्ग,ट्रेन मार्ग ,वायु मार्ग शामिल है। इस लेख के द्वारा यह जानने की कोशिश करते हैं कि इन तीनों मार्गो से लद्दाख कैसे पहुंचे।
सड़क मार्ग के द्वारा लद्दाख कैसे जाएं..
सड़क मार्ग द्वारा लद्दाख जाने के लिए दो रास्ते हैं ।पहला रास्ता-श्रीनगर से लेह जोजिला पास से होते हुए लद्दाख पहुंचा जा सकता है।जबकि दूसरा रास्ता- मनाली से लेह जो रोहतांग पास से होकर गुजरता है। दिल्ली से लद्दाख जाने के लिए करीब करीब 3 दिन का समय लगता है ,यदि बस से हम दिल्ली से लद्दाख जाते हैं तो बस का किराया 1500 रुपए है।जबकि यदि हम यह डीलक्स द्वारा लद्दाख जाते हैं तो इसका किराया ₹2750 है।
रेलमार्ग के द्वारा लद्दाख कैसे जाएं…
डाक से सबसे नजदीक रेलवे स्टेशन जम्मू तवी है। जो लद्दाख से 700 किलोमीटर दूरी है। जम्मू तवी पहुंचकर आपको आगे टैक्सी या बस से जाना होगा।जिसके लिए आपको 2 दिन का समय चाहिए और यदि आप टैक्सी से जाते हैं तो 9009 से ₹10000 खर्च होंगे। वही आप सरकारी बस द्वारा जम्मू तवी से लद्दाख की दूरी तय कर सकते हैं
वायुमार्ग द्वारा लद्दाख कैसे जाए…
यद्यपि वायु मार्ग से लद्दाख जाने पर काफी कम समय में लद्दाख पहुंचा जा सकता है। लेकिन आप का खर्च काफी बढ़ जाएगा। यहां जाने के लिए फ्लाइट्स की टाइम सर्दी तथा गर्मी में अलग-अलग होती है।लेह कुशोक बकुला रिंपूची एयरपोर्ट यहां का मुख्य एयरपोर्ट है जो लेह से 2.6 किलोमीटर की ही दूरी पर स्थित है। यहां दिल्ली तथा अन्य प्रमुख महानगरों से फ्लाइट की सुविधा डायरेक्ट उपलब्ध है। दिल्ली से यहां तक की फ्लाइट का किराया लगभग ₹5000 तक आता है। यह किराया इस बात पर निर्भर करता है, कि आपने कितने समय पहले टिकट बुक किया था। यदि आप बहुत जल्दबाजी में टिकट बुक करेंगे तो यह किराया और भी बढ़ सकता है।
लद्दाख घूमने के लिए क्या क्या है नियम…
- एक नो प्लास्टिक जोन है।आपको विशेष ध्यान रखना यह है कि घूमने के दौरान अनावश्यक रूप से कूड़ा इधर उधर ना फेंके, कूड़ा केवल कूड़ेदान में ही डालें।
- पब्लिक स्पेस पर तथा कैब के अंदर स्मोक करना मना है। ऐसा करने पर आपको जुर्माना भी देना पड़ सकता है।
- लद्दाख घूमने जाते समय आपको अपना वोटर आईडी तथा आधार कार्ड अवश्य साथ में ले जाना पड़ेगा।
लद्दाख घूमने जाए तो क्या -क्या ले जाए…
लद्दाख की यात्रा करते समय आप अपने जरूरी समान के अतिरिक्त गर्म कपड़े, शूज, सॉक्स ,आधार कार्ड, वोटर आईडी ,हैट ,ग्लव्स के साथ आप काफी सारा साहस और हिम्मत भी लेकर लद्दाख यात्रा पर जरूर जाए।इससे आपकी यात्रा आसान हो जाएगी और आपको मजा भी आएगा।
लद्दाख घूमने जाए तो कब जाएं…..
लेह लद्दाख ट्रिप का प्लान बनाते समय हमारे दिमाग में यह जरूर आता है कि किस समय में जाना सबसे ज्यादा उचित रहेगा। आइए इस लेख के माध्यम से यह जानते हैं..
लद्दाख के मार्ग के 6 महीने के लिए ही पर्यटकों के लिए खुले रहते हैं।मई से अक्टूबर के बीच लद्दाख की यात्रा पर कभी भी जाया जा सकता है ।अक्टूबर के बाद लद्दाख में सर्दी ज्यादा बढ़ने लगती है, जिसके कारण खारदुंगला पास ,रोहतांग पास ,जोजिला पास में बर्फ पड़ जाने के कारण पर्यटकों के लिए रास्ते बंद हो जाते हैं। अपनी यात्रा के बजट को थोड़ा कम रखने के लिए आप चाहे तो एकदम पीक टाइम से हटके लद्दाख की यात्रा कर सकते हैं।इससे आपका बजट थोड़ा सा कम आएगा।
लेह लद्दाख घूमने जाए तो कहां रुके…
लद्दाख घूमने प्लान बनाते समय हमारे मन में यह ख्याल आता है कि वह जाएंगे तो रुकेंगे कहां लद्दाख में हम गेस्ट हाउस, होटल,होमस्टे,धर्मशाला एयरबनब आदि में रुक सकते हैं।आइए इनके बारे में जानते हैं।
लद्दाख में गेस्ट हाउस
लद्दाख में होटल
लद्दाख में ऐरबनब
लद्दाख में होमस्टे
लेह लद्दाख में पर्यटकों के लिए प्रमुख आकर्षण क्या है…..
लद्दाख में प्राकृतिक सुंदरता के अलावा धार्मिक तथा मान्यता प्राप्त स्थान भी है। इसके अलावा यहां पर वाटर स्पोर्ट्स तथा अन्य एडवेंचर गतिविधियां भी होती रहती है। जिन में निम्नलिखित को शामिल किया जा सकता है।
शंकर मठ– लेह से 3 किलोमीटर दूरी पर स्थित यह स्थल हिंदू धर्म के लोगों के लिए एक धार्मिक स्थल है।
नुब्रा घाटी– पुष्प घाटी के रूप में मसहूर यह घाटी लद्दाख में स्थित है।अलौकिक प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है यह घाटी गुलाबी और पीले रंग के जंगली फूलों से ढकी रहती है।
हमिस मठ-लेह से 40 किलोमीटर दूरी पर स्थित यह मठ हर 12 वर्ष में खुलता है।
शान्ति स्तूप– बौद्ध धर्म का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल, सफेद रंग का गुंबद आकार शांति स्तूप रात्रि में बेहद ही खूबसूरत दिखता है।
चादर ट्रैक-यह एक कठिन साहसिक ट्रैक है।जास्कर नदी सर्दियों के दौरान सफेद चादर में बदल जाती है।जो कि एडवेंचर प्रिय लोगों के लिए काफी आकर्षक होती है।
मैग्नेटिक हिल-लेह से 30 किलोमीटर दूरी पर स्थित मैग्नेटिक हिल जिसे की ग्रेविटी हिल भी कहते हैं। यहां पर वाहन गुरुत्वाकर्षण के कारण अपने आप ही पहाड़ी की तरफ बढ़ने लगते हैं।
ब्लू पैगोंगा– 12 किलोमीटर लंबी झील भारत से तिब्बत तक फैली हुई है। यह 83000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।इसका तापमान -5 डिग्री सेल्सियस से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। यह सर्दियों में पूरी तरह जम जाती है। यहां पर कई फिल्मों की शूटिंग भी हो चुकी है। दर्शकों को खासा आकर्षित करती है।
गुरुद्वारा पथर साहिब-सिख धर्म का पवित्र स्थल ले से 20 किलोमीटर दूरी पर स्थित है।जो कि पर्यटकों को खासा लुभाता है।
खारदुंग ला पास-लद्दाख क्षेत्र में नुब्रा और श्योक घाटियों के प्रवेश द्वार के रूप में जाने जाने वाला यह स्थान प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। यह 5602 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
लद्दाख में राफ्टिंग-वाटर स्पोर्ट से खासा लगाव वाले लोगों के लिए यह जगह काफी मायने रखती है।जास्कर नदी में जून से सितंबर के महीने में यहां लोग राफ्टिंग करने के लिए जाते हैं।इस जगह पर जाने से पहले आपको ध्यान रखना होगा कि आप पर्याप्त मात्रा में पीने का पानी अवश्य ले जाए।
माउन्ट बाइकिंग– माउंटेन बाइकर्स के लिए स्वर्ग माना जाने वाला यह स्थान मनाली लेह राजमार्ग में स्थित है। यहां रोमांच से भर देने वाला ट्रैक आपको खासा लुभाता है।
फुगताल मठ-2250 साल पुराना यह एक ऐसा मठ है ,जहां लोग पैदल यात्रा करके पहुंच सकते हैं। धार्मिक मान्यता वाले लोगों के लिए यह स्थान काफी प्रिय है।
त्सो कर झील(tso kar jheel)-अपने शांतिप्रिय नेचर और उतार चढ़ाव वाली यह झील पक्षी प्रेमियों के लिए खास आकर्षण का केंद्र है।
आपके अलावा यहां पर पुराना शहर जामा, मस्जिद, लेह पैलेस, स्कॉट पैलेस, लेह मार्केट, पर्वत चोटियां,वन्यजीव सफारी, साहसिक गतिविधियां, रॉयल्टी के महल , कारगिल अन्य कई प्राचीन मठ भी उपलब्ध है।जोकि पर्यटकों को अपनी तरफ लुभाती रहती हैं।
लद्दाख कैसे घूमे…
लद्दाख पहुंच कर के आप लद्दाख घूमने के लिए कई तरीके अपना सकते हैं।इन तरीकों में पहला यह है कि आप वहां पहुंच कर वहां पर रॉयल इनफील्ड, स्कूटी ,बाइक, आदि रेंट पर ले ले और खुद ही घूमने की जगह पर जाएं और इंजॉय करें।दूसरा तरीका है कि आप शेयरिंग टैक्सी या कैब ले ले या फिर वह वहां चलने वाली बसों से जगह-जगह जाए और आनंद प्राप्त करें।
एक तरीका यह भी है कि आप पहले से ही पैकेज बुक कर ले उस पैकेज के तहत आपको अनेक जगहों पर ले जा करके घुमाया जाएगा।
आप लोकल गाइड की मदद लेकर के भी वहां के देखने योग्य स्थलों को घूम सकते हैं।
विविधता,साहस तथा रोमांच से भरे इस स्थान को देखने आप अवश्य जाएं। परंतु ध्यान रहे कि जिस सुंदरता को आप देखने गए हैं, कूड़ा कचरा ना फैलाकर,उस सुंदरता को वैसे ही सुंदर छोड़कर भी आएं। यही हमारी टीम trippundit की आपसे अपेक्षा और अपील है।