खेतड़ी महल का परिचय..
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राजस्थान के झुंझुनू जिले में स्थित खेतड़ी महल,का निर्माण 1770 में राजा भोपाल सिंह द्वारा कराया गया था। यह शेखावटी वास्तुकला की सुंदर कलाकृति है। खेतड़ी महल को झुंझुनू का हवामहल भी कहा जाता है। क्योंकि इस महल में कोई खिड़की-दरवाजे नहीं लगे हुए हैं।इसी महल से प्रेरित होकर के जयपुर के राजा सवाई प्रतापसिंह ने 1799 में जयपुर में हवा महल का निर्माण कराया था। यह महल अपने संकीर्ण गलियारों के कारण भूल-भुलैया जैसा लगता है। यद्यपि आज के समय में यह महल महज एक खंडहर के रूप में अवशेष रह गया है। लेकिन तत्कालिक समय में यह महल अपनी भव्यता, सुंदरता तथा अनेक विशेषताओं के कारण खासा आकर्षण का केंद्र हो रहता था। इस महल में 1889 में स्वामी विवेकानंद जी आए थे।स्वामी विवेकानंद जी को झुंझुनू से इतना लगाव था, कि वह झुंझुनू को अपना दूसरा घर मानते थे।इतिहास में रुचि रखने वाले लोगों तथा अन्य पर्यटको के लिए यह महल काफी रोमांचक स्थानों में से एक है।
खेतड़ी महल घूमने कैसे जाएं….
राजस्थान में देश-विदेश से पर्यटक वर्ष पर आते रहते हैं। सड़क, रेल तथा वायु मार्ग से राजस्थान पहुंचने के बाद, आप झुंझुनू जिले में स्थित खेतड़ी महल तक आसानी से पहुंच सकते हैं।आइए हम इस लेख में जाने की खेतड़ी महल कैसे जाएं।
सड़क मार्ग से कैसे जाएं
यदि आपको झुंझुनू महल देखना है, और आप चाहते हैं कि आप सड़क मार्ग द्वारा अपनी यात्रा पूरी करें। आपको दिल्ली से खेतड़ी बस स्टैंड तक के लिए बसें उपलब्ध हो जाएंगी। वहीं आप जयपुर से खेतड़ी बस स्टैंड तक भी बस से आ सकते हैं।साथ ही आप झुंझुनू से खेतड़ी तक सड़क मार्ग द्वारा भी आया सकते हैं। इन सब रास्तों को पूरा करने के लिए आप प्राइवेट कैब,टैक्सी, कार,शेयरिंग कार,बस का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।उसके पश्चात आपको खेतड़ी महल के लिए दो रास्ते महसूस मिलेंगे पहला-पगडंडी।जो खेतड़ी शहर से 3 किलोमीटर लंबा है। जिसकी चढ़ाई खड़ी है।दूसरा रास्ता मुख्य बस स्टैंड से 5 किलोमीटर दूर तक है,जिससे होते हुए आप खेतड़ी महल पहुँच सकते हैं।
रेल मार्ग से कैसे जाएं
यदि आप भारत के किसी भी कोने से खेतड़ी महल देखने के लिए रेलवे मार्ग का सहारा लेना चाहते हैं। तो आपको सर्वप्रथम दिल्ली से चिड़ावा रेलवे स्टेशन पहुचना होगा।फिर यहाँ से बस से आपको खेतड़ी बस स्टैंड पहुचना होगा।जबकि दूसरा रास्ता दिल्ली से जयपुर ट्रैन से पहुचना होगा। उसके बाद जयपुर से नीम का थाना रेलवे स्टेशन पहुच कर बस से खेतड़ी बस स्टैंड पहुच सकते हैं। यहां पहुंच कर आप टैक्सी,ऑटो, स्कूटी रॉयलएनफील्ड ,बाइक,बस,कार,कैब आदि के द्वारा खेतड़ी महल तक पहुंच सकते हैं।
वायु मार्ग से कैसे जाएं
यदि आप खेतड़ी महल की यात्रा को वायु मार्ग से पूरा करना चाहते हैं। तो आपको सर्वप्रथम जयपुर एयरपोर्ट तक आना पड़ेगा। उसके बाद आपको वहां से सड़क मार्ग द्वारा ही खेतड़ी महल तक जाना पड़ेगा। जिसके लिए आप प्राइवेट टैक्सी, बस या फिर किराए पर बाइक स्कूटी साइकिल या रॉयल इनफील्ड लेकर के अपनी यात्रा इंजॉय कर सकते हैं।
खेतड़ी महल घूमने जाए तो क्या-क्या सामान साथ ले जाए…
यदि आप राजस्थान में यात्रा करना चाहते हैं।तो आप घूमने जाते समय रोजमर्रा के अति आवश्यक सामान की पैकिंग अवश्य करें। इसके अलावा आप यदि खेतड़ी महल घूमने जा रहे हैं तो पीने का पानी,थोड़ा बहुत खाने की चीजें, पावर बैंक, कैमरा,सनग्लासेस, सनक्रीम,हैट, तथा कॉटन कपड़े, अवश्य ले जाएं।
खेतड़ी महल घूमने जाएं तो कहां रुके…
यदि आपका बजट ज्यादा है तो आप अच्छे से अच्छे होटल में रुक सकते हैं। लेकिन यदि आपका बजट सीमित है और आप कम बजट में इंजॉय करना चाहते हैं, तो आप शेयरिंग रूम,चारपाई वाले होटल बुक कर सकते हैं। इसके अलावा आप अपनी पसंद के होटल्स, रिजॉर्ट्स में भी ठहर सकते हैं। इन सबके साथ राजस्थान में आपको कई ऐसे महल मिल जाएंगे जिसमें आपको ठहरने की बेहतरीन सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।आइये इनके बारे में जानते हैं।
होटल्स-
रिजॉर्ट्स-
गेस्ट हाउस-
खेतड़ी महल घूमने कब जाए…
राजस्थान स्थित खेतड़ी महल में घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से फरवरी के बीच रहता है। क्योंकि इस समय यहां पर तापमान थोड़ा कम रहता है। जैसे कि आपको पता है, कि गर्मी में राजस्थान का तापमान बहुत बढ़ जाता है। और यहां पर यात्रा करना काफी कष्टमय में हो जाता है।इसलिए बेहतर होगा कि आप खेतड़ी महल घूमने का प्लान थोड़े ठंड मौसम में बनाएं।
खेतड़ी महल में पर्यटकों के लिए प्रमुख आकर्षण बिंदु कौन से हैं…
तांबे नगरी में स्थित यह महल अपनी सुंदरता तथा प्राकृतिक दृश्य के कारण पर्यटकों को लुभाता रहता है।खेतड़ी महल में पर्यटकों के लिए प्रमुख आकर्षण का केंद्र के रूप में निम्न चीजों को देखा जा सकता है।
भोपालगढ़ किला-राजा भोपाल सिंह द्वारा निर्मित यह किला पर्यटकों के लिए खास आकर्षण का केंद्र होता है।
सेठ पन्नालाल शाह का तालाब-ऐतिहासिक चीजों में रुचि रखने वाले लोग इसको देखने के लिए काफी उत्सुक रहते हैं।
रानी का महल– हवा महल के रूप में जाने जाने वाले खेतड़ी महल का ही पार्ट रानी महल है।जोकि रानियों के लिए बनवाया गया था।
महल की विशाल छत तथा बने लंबे रैंप– हवा महल की अद्भुत विशेषता यहां की विशाल छत और उस पर बने लंबे रैंप जिससे कि घुड़सवारी में मदद मिल सके लोगों को खास आकर्षित करता है।
शीशे के सुंदर काम तथा चित्रकारी-चित्रकारी तथा अन्य सुंदर कृतियों में रुचि रखने वाले लोग की खास पसंद है। इस महल के सुंदर शीशे के काम तथा इसके चित्रकारी को बारीकी से देने जे लिये लोग यह आते हैं।
रघुनाथ मंदिर-धर्म में आस्था रखने वाले लोगों के लिए यह मंदिर काफी महत्वपूर्ण है।
विवेकानंद जी की यादें-युवाओं में जोश भर देने वाले विवेकानंद जी यहां पर 1 89 ईस्वी में आए थे।उनको झुंझुनू से इतना लगाव था कि वह झुंझुनू को अपना दूसरा घर मानते थे। उनकी बहुत सारी यादें यहां से जुड़ी हुई है। विवेकानंद जी के समर्थक लोग यहां पर उनकी यादों को देखने के लिए आते हैं।
नैसर्गिक दृश्य का आकर्षण-खेतड़ी के महल से दिखने वाले नैसर्गिक दृश्य लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं। यदि आपको प्राकृतिक सुंदरता वाले दृश्य में रुचि है तो आप यहां से आकर के इन दृश्यों का आनंद जरूर लें।
इसके अलावा खेतड़ी में तांबे की खाने हैं। यहां पर राष्ट्रीय संयंत्र हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड है।जो कि लोगों को आकर्षित करता है। साथ ही साथ अगर आप खेतड़ी महल की यात्रा पर आते हैं।तो राजस्थान के अन्य कई पर्यटक स्थल भी आपको खूब लुभाते हैं।आप इन सुंदर जगह का आनंद अवश्य ले सकते हैं। जैसे कि जयपुर,जोधपुर, उदयपुर,जैसलमेर, माउंट आबू तथा अन्य कई ऐतिहासिक प्राकृतिक जगह है, जहां आपको अवश्य जाना चाहिए।
खेतड़ी महल कैसे घूमे..
यदि आप खेतड़ी महल घूमने आए हैं तो आप खुद ही यहां घूम सकते हैं ।इसके अलावा आप लोकल गाइड की मदद से भी यहां की चीजों का आनंद उठा सकते हैं। जिसके लिए आपको प्राइवेट टैक्सी,शेयरिंग टैक्सी, सरकारी वाहन या फिर किराए पर स्कूटी, बाइक, रॉयल इनफील्ड, साइकल आदि की मदद लेनी पड़ेगी।
जहां एक तरफ हमारी टीम trippundit की राजस्थान सरकार तथा केंद्र सरकार से विनम्र निवेदन है कि इस ऐतिहासिक जगह के रखरखाव तथा मरम्मत का कार्य प्रारंभ करके इसका संरक्षण अवश्य करें।वही आप सभी पर्यटकों से हमारी यह अपेक्षा और अपील है कि जब भी आप खेतड़ी महल घूमने जाए तो कूड़ा-कचरा न फैला कर इसको सुंदर तथा सुरक्षित रखने में अपना योगदान अवश्य दें।