हरिद्वार का परिचय-
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गंगा के प्रवेश द्वार के नाम से प्रसिद्ध हरिद्वार, उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में स्थित एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है।हरिद्वार का अर्थ हरि का द्वार अर्थात ईश्वर का दरबार है। प्रचलित कथाओं के अनुसार हरिद्वार वह स्थान है।जहां पर सागर मंथन के समय निकले अमृत की कुछ बूंदे गिरी थी। हरिद्वार के साथ-साथ उज्जैन, नासिक, प्रयाग में भी अमृत की बूंदें गिरी थी। यहां पर प्रत्येक 12 वर्ष में महाकुंभ का आयोजन होता है।जिसमें पूरी दुनिया से करोड़ों श्रद्धालु था पर्यटक भाग लेते हैं। हरिद्वार तीर्थस्थान के साथ प्राकृतिक सुंदरता, एडवेंचर तथा योग के केंद्र के रूप में भी काफी विख्यात है।
हरिद्वार घूमने का खर्च-
यदि आप हरिद्वार की यात्रा का मन बना रहे हैं।तो हम आपको बता दें कि हरिद्वार घूमने का खर्च आप अपनी इच्छा अनुसार तय कर सकते हैं। यदि आप चाहें तो आप हरिद्वार पहुंचकर वहां उपलब्ध आश्रम तथा विश्राम गृह में निशुल्क सुविधा का उपयोग करके खाना खाना रहना और सो सकते हैं। वही यदि आपका बजट कम है तो भी आप कम बजट के होटलों में रुक कर आसानी से हरिद्वार को घूम सकते हैं।परंतु यदि आप इन सबके अलावा अच्छे होटलों में रहना पसंद करते हैं। तथा अपनी सुविधा के अनुसार अच्छी गाड़ियों में सफर करते हैं।तो आपका बजट भी काफी बढ़ जाएगा।
हरिद्वार घूमने कैसे जाएं
हरिद्वार की ट्रिप बनाते समय हम यह जरुर सोचते हैं। कि हम हरिद्वार तक की यात्रा किस परिवहन माध्यम का उपयोग करते हुए पूरी करेंगे। आइए हम आपको हरिद्वार तक जाने के लिए उपलब्ध सभी परिवहन साधनों के बारे में एक-एक कर बताते हैं।
सड़क मार्ग द्वारा हरिद्वार कैसे जाएं
उत्तर भारत के विभिन्न शहरों से हरिद्वार तक जाने के लिए आपको सड़क परिवहन मार्ग का विकल्प आसानी से मिल जाएगा। आप चाहे तो अपने परिवहन से टैक्सी,बस या फिर बाइक से भी हरिद्वार तक की यात्रा पूरी कर सकते हैं।
वायु मार्ग द्वारा हरिद्वार कैसे जाएं
आप चाहते हैं कि आपकी हरिद्वार तक की यात्रा कम समय में तथा आसानी पूर्वक पूरी हो जाए। तो आप हरिद्वार से निकटतम हवाई अड्डा देहरादून है ।वहां तक देश के विभिन्न भाग से वाया दिल्ली पहुंच सकते हैं।उसके पश्चात आप देहरादून से टैक्सी कैब या फिर बस के माध्यम से हरिद्वार तक जा सकते हैं।
रेल मार्ग द्वारा हरिद्वार कैसे जाएं
यदि आप हरिद्वार तक ट्रेन के माध्यम से जाना चाहते हैं। तो हम आपको बता देंगे हरिद्वार रेलवे स्टेशन देश के विभिन्न रेलवे स्टेशनों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। आप ट्रेन के माध्यम से यहां तक आसानी से पहुंच कर अपनी यात्रा आगे इंजॉय कर सकते हैं।
हरिद्वार घूमने कब जाएं
वैसे तो हरिद्वार घूमने के लिए साल भर का समय सही माना जाता है।लेकिन यदि आप हरिद्वार की यात्रा को और आनंदमई बनाना चाहते हैं। तो आप वहां अक्टूबर से फरवरी के बीच में जाएं। क्योंकि समय यहां का मौसम काफी सुहावना रहता है।
हरिद्वार घूमने जाएं तो क्या ले जाएं
आप हरिद्वार की यात्रा पर जा रहे हैं। तो हो सकता है कि आप यहां अपनी धार्मिक आस्था के लिए जा रहे हैं लेकिन यदि आप प्राकृतिक सुंदरता तथा अन्य उद्देश्य से जा रहे हैं। तो आप अपने साथ कैमरा अवश्य ले जाएं इसके साथ आप अपने रोजमर्रा जीवन की आवश्यक सामग्री को अपनी पैकिंग बैग में अवश्य शामिल करें। साथ ही साथ पहाड़ियों में स्थित होने के कारण हरिद्वार का मौसम थोड़ा ठंडा रहता है। इसलिए आप जब भी वहां जाएं तो कुछ गर्म कपड़ों को भी साथ अवश्य ले जाएं।
हरिद्वार घूमने जाएं तो कहां रुके
हिंदू धर्म के पवित्र धार्मिक स्थल होने के कारण यहां पर अनेक ऐसे आश्रम है। जिसमें आपको रहने और खाने की फ्री सुविधा उपलब्ध हो जाएगी। वहीं पर अगर दी आपका बजट थोड़ा कम है और आप ही की सुविधा लेना नहीं चाहते तब भी आपको ऐसे आश्रम उपलब्ध हो जाएंगे जहां पर आपको आपके बजट के अनुसार रहने और खाने की सुविधा मिल जाएगी। आइए हम आपको हरिद्वार में रुकने के अन्य विकल्प के बारे में बताएं।
होटल्स-
रिसोर्ट्स-
गेस्टहाऊस-
ऐरबनब-
हरिद्वार में घूमने के लिए प्रमुख आकर्षण
यदि आप हरिद्वार घूमने का ट्रिप बना रहे हैं। तो आप चाहे वहां धार्मिक आस्था के कारण जा रहे हो, या फिर प्राकृतिक सुंदरता को देखने या योग के लिए जा रहे हो।हम आपको बता दें कि यहां पर आपके देखने के लिए तमाम ऐसी चीजें हैं।जो आपको पूरे जीवन याद रहेंगे। आइए हम हरिद्वार में घूमने के लायक प्रमुख स्थलों की चर्चा इस लेख में आगे करते हैं…
हर की पौड़ी-हरिद्वार का सबसे पवित्र घाट ऐसी मान्यता है।कि सागरमन्थन के समय यह अमृत की बूंदें यह गिरी थी।इसलिये यहां पर स्नान करने से मोक्ष प्राप्त हो जाता है। ब्रह्मा कुंड इसी जगह पर स्थित है। लोगों का मानना है कि स्वयं भगवान ब्रह्मा जी ने यहां पर यज्ञ किया था।
मनसा देवी मंदिर तथा चंडी देवी मंदिर-यह दोनों मंदिर एक दूसरे के आमने-सामने हैं।यहां पर आप केबल कार से भी जा सकते हैं।पैदल भी जा सकते हैं। लेकिन यदि आप केबल कार से जाते हैं, तो ऊंचाई से हरिद्वार की खूबसूरती देखना आपके लिए एक महत्वपूर्ण अनुभव होगा। 51 शक्तिपीठों यह दोनों शमिल है। ऐसी मान्यता है कि यहां पर स्थित वृक्ष में धागा बांधने से आपकी मनोकामना पूरी होती है।
हरिद्वार की गंगा आरती-हरिद्वार में गंगा नदी के किनारे होने वाली शाम की आरती श्रद्धालुओं को अपनी तरफ अपने आप आकर्षित करती है। शाम के होने वाली आरती के संगीत में वातावरण में आपको अलग ही एक अनुभूति प्राप्त होगी।
भारत माता मंदिर-7 मंजिलों वाली इस मंदिर की विशेषता यह है। कि हर मंजिल की अपनी अलग अलग खूबियां हैं।
विष्णु घाट तथा गौ घाट– विष्णु घाट के बारे में मान्यता है कि यहां भगवान विष्णु ने स्वयं स्नान किया था। यहां पर इनके पैरों के चिन्ह के निशान आज भी है। तथा गौ घाट के बारे में हम आपको बता दें कि यहां की प्राकृतिक सुंदरता तथा हरियाली इतनी मनोहर है। कि आप यहां पर शांति से बैठ के दृश्य का इंजॉय कर सकते हैं।
गंगा नदी के बीच शिव जी की मूर्ति-हरिद्वार में शांति से कलरव करती हुई नदी के बीच में बनी शिव जी की मूर्ति धार्मिक आस्था रखने वाले लोगों के लिए काफी पवित्र स्थलों में से एक है। मूर्ति की ऊंचाई 100 फुट ऊंची है।
शांतिकुंज-आध्यात्मिक शिक्षा के केंद्र के रूप में यहां निशुल्क रूप से जीवन कार्य शैली को सिखाया जाता है। यहीं पर गायत्री माता मंदिर तथा अखंड ज्योति मंदिर स्थित है। जिसमें 1926 से लगातार ज्योति जल रही है। शांतिकुंज में खाने पीने रहने की सुविधा फ्री में उपलब्ध है।
चिल्ला वाइल्ड लाइफ सेंचुरी-जीव जंतुओं से प्रेम करने वाले तथा एडवेंचर प्रिय लोगों के लिये हरिद्वार में चिल्ला वाइल्ड लाइफ सेंचुरी भी उपलब्ध है। जो कि एडवेंचर के लिए भी फेमस है।
सप्त ऋषि आश्रम-गंगा नदी की सात धाराएं बह कर आपस में मिलती है।यहां का वातावरण इतना शांत तथा मनोरम होता है। लोग यहां पर बैठकर शांति से सुकून की प्राप्ति करते हैं।
हरिद्वार की रंग बिरंगी मार्केट-हरिद्वार की मार्केट भी पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करती है। यहां बाजारों में मिलने वाली रंग बिरंगी बोतले जिसमें गंगाजल भरकर आप यहां से ले जा सकते हैं।साथ ही में रुद्राक्ष, शिव मूर्ति, घर के साथ सज्जा के समान, तथा कपड़े भी खूब मिलते हैं।
ब्रह्मा कुंड-यहीं पर गंगा नदी पहाड़ों को छोड़कर समतल मैदान में प्रवेश करके भारत भूमि को सिंचित करती है। ब्रह्मा जी ने यहां यज्ञ किया था ऐसी मान्यता होने के कारण लोग यहां पर स्नान करने आते हैं और मोक्ष की कामना करते हैं।
पावन धाम-कांच से बने इस मंदिर में एक ही प्रतिमा कई बार चमकती हुई प्रतीत होती है।
अन्य स्थल-नीलधारा हरिद्वार, बिग गोंडा कुंण्ड,दक्ष महादेव,मायादेवी मन्दिर, आदि अन्य प्रमुख का स्थल है। जो कि हरिद्वार में स्थित है। यह सभी अपनी सुंदरता तथा लोकप्रियता के कारण श्रद्धालुओं तथा पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करते रहते हैं।
हरिद्वार कैसे घूमे-
जब भी आप हरिद्वार घूमने जाएं तो आप वहां पर ऑटो बुक करके हरिद्वार के विभिन्न स्थानों पर जा सकते हैं। इसके अलावा आप टैक्सी, बस या पर्सनल वाहन का भी उपयोग करके विभिन्न स्थानों पर जा सकते हैं।साथ ही साथ यदि आप चाहे बाइक, साइकिल,स्कूटी या बुलट भी किराए पर ले कर के अपने सुविधानुसार स्थानों को विजिट कर सकते हैं।
हिंदू धर्म के इस पवित्र स्थल पर चाहे आप अपनी धार्मिक आस्था के कारण जाएं या प्राकृतिक नजारों को देखने जाएं।पर इस बात का ध्यान अवश्य रखें की आप इधर उधर गंदगी ना फैलाएं। इसकी स्वच्छता को बरकरार रखने में अपना योगदान अवश्य दें।यही हमारी टीम trippundit की आपसे अपेक्षा और अपील है।